My School Essay for Students in English
Essay on My School – Given below is a Long and Short Essay on My School for aspirants of competitive exams, kids and students belonging to classes 1, 2, 3, 4, 5 6, 7, 8, 9, and 10. The My School essay 100, 150, 200, 250, 500 words in English helps the students with their class assignments, comprehension tasks, and even for competitive examinations.
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Long Essay on My School 500+ Words for kids and Students in English and Hindi
I am a student of DAV Senior Secondary School. It is situated on the Chitragupta Road, New Delhi. The school building is very impressive. It is made of stones and bricks. It has 100 rooms. The rooms are well ventilated. There is a big library as well. The library has a good stock of books. Some of the books are very interesting. Reading books increases one’s wisdom, intelligence and common-sense. The school has a big laboratory. It has been equipped with the necessary apparatus and scientific instruments.
Why I Love My School?
My school is up to the 12th standard. Each grade/ standard has 7 sections – A, B, C, D, E, F, and G. There are 1,500 students in the school. It has a staff of 65 members. The staff members are capable and efficient. The principal of the school is a reputed man. He is very popular among the staff and students alike. He keeps a strict eye on the students. The school office is managed by eight clerks and two cashiers. All are hardworking.
The school has two playgrounds – one is a tennis court and the other one is a cricket ground. We also have a nice swimming pool and a canteen. It also has a beautiful garden where students relax and play during recess.
My school is performing well in all fields. In the academic field, it has made a mark. Its students secure top positions in the board examinations. Even in games, sports and tournaments, it has made much progress. My school has won many trophies, shields and medals in many extra-curricular activities, in debates also, the students of my school secure good positions.
It is considered to be one of the best schools in Gorakhpur. All of us are really proud of our alma-mater. I am fortunate enough to be a student at this school. I love and am proud of my school.
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माय स्कूल पर निबंध इंग्लिश में / A New Essay on My School in Hindi
मेरे विद्यालय का नाम राजकीय सहशिख्या माध्यमिक विद्यालय, किर्ति नगर है । यह एक आदर्श विद्यालय है । यहाँ शिक्षा खेल-कूद तथा अन्य शिक्षेतर गतिविधियों की उत्तम व्यवस्था है । यहाँ का वातावरण शांत एवं मनोरम है ।
मेरे विद्यालय में छठी से लेकर दसवीं कक्षा तक की पढाई होती है । प्रत्येक कक्षा में दो या तीन सेक्सन (अनुभाग) हैं । विद्यालय का भवन दुमंजिला है । इसमें लगभग पचास कमरे हैं । कक्षा के सभी कमरे, फर्नीचर, पंखे आदि से सुसज्जित एवं हवादार हैं । प्रधानाचार्य का कक्ष विशेष रूप से सजा हुआ है । इसके अलावा स्टाफ रूम पुस्तकालय कक्ष, हॉल, कंप्यूटर कक्ष प्रयोगशाला कक्ष आदि भी सभी प्रकार की उत्तम व्यवस्था से युक्त हैं । विद्यालय में पेयजल और शौचालय का भी समुचित प्रबंध है ।
मेरे विद्यालय में लगभग ढाई हजार विद्यार्थी पढ़ते हैं । अध्यापक- अध्यापिकाओं की संख्या पचास है । इनके अतिरिक्त दस अन्य स्टॉफ भी हैं । इनमें तीन क्लर्क एक माली एवं पाँच चपरासी हैं । एक दरबान है जो रात्रिकाल में विद्यालय की चौकीदारी करता है ।
शिक्षा के मामले में मेरा विद्यालय शहर में अग्रणी स्थान रखता है । प्राय : सभी विद्यार्थी अच्छे अंकों से पास होते हैं । शिक्षकगण विद्यार्थियों की प्रगति का पूरा लेखा-जोखा रखते हैं । अधिकांश शिक्षक विद्वान, अनुभवी एवं योग्य हैं । हमारी प्रधानाचार्या सुसंस्कृत एवं अनुशासनप्रिय हैं । उनके नेतृत्व में विद्यालय दिन-दूनी रात-चौगुनी उन्नति कर रहा है । वे विद्यालय के चहुंमुखी विकास के लिए कटिबद्ध दिखाई देती हैं । विद्यार्थी प्रधानाचार्या के प्रति बहुत आदरभाव रखते हैं ।
आजकल तकनीकी शिक्षा का महत्त्व बढ गया है । मेरे विद्यालय में तकनीकी शिक्षा के रूप में कंप्यूटर सिखाने पर पूरा जोर दिया जाता है । प्रयोगशाला में विज्ञान के अनुप्रयोगों को बताया जाता है । हमारे विद्यालय में खेल-कूद पर भी पूरा ध्यान दिया जाता है । खेल प्रशिक्षक हमें क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी, बैडमिंटन, खो-खो, कबड्डी आदि खेलों को खेलने की उचित ट्रेनिंग देते हैं । पिछले वर्ष मेरा विद्यालय अंतर्विद्यालय हॉकी प्रतिस्पर्धा में प्रथम स्थान पर रहा था ।
मेरे विद्यालय में एक अच्छा पुस्तकालय है । पुस्तकालय से विद्यार्थी पाठ्य-पुस्तकें पढ़ने के लिए ले जा सकते हैं । यहाँ पाठ्य-पुस्तकों के अतिरिक्त कहानियों, कविताओं तथा ज्ञान-विज्ञान से संबंधित पुस्तकों का अच्छा संग्रह है ।
मेरे विद्यालय के प्रांगण में अनेक पेड़-पौधे लगे हुए हैं । कतारों में लगे पेड़ों एवं फूल के पौधों से सुंदर प्राकृतिक दृश्य उत्पन्न हो जाता है । माली पेड़-पौधों की नियमित देखभाल करता है । विद्यालय में हमें बताया गया है कि पेड-पौधे हमारे लिए कितने महत्त्वपूर्ण हैं । इसलिए हम लोग इनकी पूरी देखभाल करते हैं ।
हमें विद्यालय में पढाई और खेल-कूद के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर प्राप्त होता है । छात्र-छात्राऐं बाल दिवस, गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, शिक्षक दिवस, गाँधी जयंती विद्यालय का वार्षिकोत्सव जैसे विभिन्न अवसरों पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं । इससे हमारे अंदर ईमानदारी धैर्य साहस आपसी सहयोग जैसे गुणों का विकास होता है ।
मेरे विद्यालय में सब कुछ व्यवस्थित, अनुशासित, सहयोगपूर्ण एवं आमोदपूर्ण है । मुझे अपने विद्यालय पर गर्व का अनुभव होता है ।
FAQ’s on My School Essay
Question.1
What does school teach us?
Answer:
School teaches us some of the great things like first of all, it gives us basic education. It teaches us to develop our skills like art, dance, public speaking and more. Most importantly, it teaches us discipline
Question.2
Why must every child go to school?
Answer:
It is essential for every child to go to school as the school teaches us lessons which cannot be acquired anywhere else. The experience is one a kind and along with education, we learn many other things like socializing, extra-curricular activities and more.
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